Saturday 12 March 2016

कैंसर के इलाज में सहायक है अंजीर

अंजीर एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और बहुपयोगी फल है। नाशपाती के आकार का यह छोटा सा फल रसीला और गूदेदार होता है। रंग में यह हल्का पीला, गहरा सुनहरा या गहरा बैगनी होता है। अंजीर के सेवन से मन प्रसन्न रहता है। यह स्वभाव कोमल बनाता है। कमजोरी दूर करता है और खांसी का नाश करता है।

अंजीर खाने में कैसा लगता है, इसके बारे में सबकी अपनी पसंद हो सकती है। लेकिन अंजीर कैंसर का इलाज करता है इसके बारे में किसी की कोई राय नहीं हो सकती? क्योंकि अंजीर और कैंसर का एक साथ नाम सुनकर हर कोई चौंक जाता है। ये हर कोई जानता है कि अंजीर लीवर की रक्षा कर उसके फंक्शन को सूधारने में मदद करता है। लेकिन अंजीर के बारे में अधिक स्डटी करने पर पता चला है कि अंजीर कैंसर के मरीजों के लिए काफी लाभदायक है। या यूं कहें कि कुछ विशेष कैंसर के इलाज में सहायक होता है। एन्टीऑक्सिडेंट गुण से भरपूर अंजीर फ्री-रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से डी.एन.ए. की रक्षा करता है जिससे कैंसर होने की संभावना कुछ हद तक कम हो जाती है।


अंजीर में मौजूद हैं न्‍यूट्रीएंट्स

अंजीर में प्रचूर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं। इसे फ्रेश भी खा सकते हैं और सुखाकर भी। फर्क केवल इतना होता है कि फ्रेश अंजीर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और सूखे हुए अंजीर में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो बीमारियों से रक्षा करते हैं।
इसके अलावा अंजीर में मौजूद पोटैशियम, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। सूखे अंजीर में फेनोल, ओमेगा 3, ओमेगा 6 होता है जो कोरोनरी हार्ट डिजीज और कैंसर के खतरे को कम करता है।
कैल्शियम तो अधिकतर सभी फलों में पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। लेकिन अंजीर में मैग्नेशियम और केटू विटामिन, दोनों पाया जाता है। इस कारण ये शरीर के सभी भागों के अस्थि-पंजर को मजबूत बनाता है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

कैंसर के इलाज में सहायक

हाल ही के रिसर्च में यह बात साबित हुई है कि अंजीर खाने से ब्रेन कैंसर का खतरा 75% तक कम हो जाता है। कैंसर कोशिकाओं के अनियंत्रित तरीके से बढ़ने का परिणाम है और अंजीर यही काम करता है। अंजीर ब्रेन में कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है जिससे ब्रेन कैंसर का खतरा टलता है। इसी तरह लीवर कैंसर में लीवर की कोशिकाओं की वृद्धि को अंजीर रोकता है। लेकिन यहां ये जानना जरूरी है कि अंजीर कैंसर में कितना सहायक है? इसका जवाब है- शत प्रतिशत। अंजीर को आप कितना भी खा सकते हैं इसका कोई नुकसानदायक असर शरीर में नहीं पड़ता। अंजीर कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को पूरी तरह रोक देता है और यह इलाज अन्य दूसरे इलाजों की तुलना में काफी सुरक्षित और सस्ता है। 

अंजीर के अन्य फायदे

कब्ज- 3 से 4 पके अंजीर दूध में उबालकर रात को सोने से पहले खाएं। और उसके बाद वही दूध पी लें। इससे कब्ज में लाभ होता है या 4 अंजीर को रात को सोते समय पानी में डालकर रख दें। सुबह थोड़ा सा मसलकर पानी पीने से कब्ज दूर हो जाती है।

अस्थमा- अस्थमा जिसमें कफ (बलगम) निकलता हो उसमें अंजीर खाना लाभकारी है। इससे कफ बाहर आ जाता है तथा रोगी को जल्दी ही आराम भी मिलता है। 2 से 4 सूखे अंजीर सुबह-शाम दूध में गर्म करके खाने से कफ की मात्रा घटती है, शरीर में नई शक्ति आती है और अस्थमा का रोग मिटता है।

जुकाम- पानी में 5 अंजीर को डालकर उबाल लें और इस पानी को छानकर गर्म-गर्म सुबह और शाम को पीने से जुकाम में लाभ होता है।

ताकत को बढ़ाने वाला- सूखे अंजीर के टुकड़े और छिले हुए बादाम को गर्म पानी में उबालें। इसे सुखाकर इसमें दानेदार शक्कर, पिसी इलायची, केसर, चिरौंजी, पिस्ता और बादाम बराबर मात्रा में मिलाकर 7 दिन तक गाय के घी में पड़ा रहने दें। रोजाना सुबह 20 ग्राम तक सेवन करें। इससे आपकी ताकत बढती है।

सिर का दर्द- सिरके या पानी में अंजीर के पेड़ की छाल की भस्म बनाकर सिर पर लेप करने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है।

बवासीर- 3-4 सूखे अंजीर को शाम के समय पानी में डालकर रख दें। सुबह अंजीरों को मसलकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट खाने से बवासीर दूर होती है।

कमर दर्द- अंजीर की छाल, सोंठ, धनियां सब बराबर लें और कूटकर रात को पानी में भिगो दें। सुबह इसके बचे रस को छानकर पिला दें। इससे कमर दर्द में लाभ होता है।

रक्तवृद्धि और रक्तविकार दूर- 10 मुनक्के और 8 अंजीर 200 मिलीलीटर दूध में उबालकर खा लें। और उसी दूध को पी लें। इससे रक्त में वृद्धि और रक्त सम्बन्धी विकार दूर हो जाते है। दो अंजीर को बीच से आधा काटकर एक गिलास पानी में रात भर के लिए भिगो दें सुबह उसका पानी पीने से और अंजीर खाने से रक्त संचार बढ़ता है।

हड्डियों को मजबूत- अंजीर में कैल्शियम बहुत होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है।

हाइपरटेंशन की समस्या- कम पोटैशियम और अधिक सोडियम लेवल के कारण हाइपरटेंशन की समस्या पैदा हो जाती है। अंजीर में पोटैशियम ज्यादा होता है और सोडियम कम होता है इसलिए यह हाइपरटेंशन की समस्या होने से बचाता है।

इन सब उपायों से आप जान गए होंगे कि एक छोटे से फल के कितने सारे गुण होते है।

Be Healthy.......

Keep Smiling Always......

Dr.Sanjay Chourasia

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